प्रेम के अपहरण से बचो ।
मित्र के विस्मरण से बचो ।
चाहते हो अगर उच्चता..
भाव के संक्रमण से बचो ।
मित्र के विस्मरण से बचो ।
चाहते हो अगर उच्चता..
भाव के संक्रमण से बचो ।
क्या बताऊँ कि मेरे साथ वो क्या-क्या चाहे ..... वो न तितली न वो जुगनू न ही तारा चाहे........